350 ऋषि प्रसादः फरवरी 2022

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

जीवन में धर्म, सुख-समृद्धि और परमानंद लाना है तो ‘ऋषि प्रसाद’ के अभ्यासी बन जाइये- श्री धनंजय देसाई, संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू राष्ट्र सेना


आप टाइम पास करने के लिए बहुत सारे संसाधनों का उपयोग करते हैं । वास्तव में आप समय बिताते नहीं हैं, वह तो अपने-आप बीत रहा है, वह आपके रोकने से रुकेगा नहीं और भगाने से भागेगा नहीं । वास्तव में जो स्वाभाविक रूप से बीत रहा है आप उसका सदुपयोग कर सकते हैं लेकिन …

Read More ..

…इससे स्वतः भगवान से प्रेम प्रकट हो जायेगा।


यदि साधक के मन में यह भाव आये कि ‘भगवान को मैं जानता नहीं, मैंने उनको कभी देखा नहीं तो बिना देखे और बिना जानकारी के उन पर कैसे विश्वास किया जाय और उनको कैसे अपना माना जाय ?’ तो अपने मन को समझाना चाहिए कि ‘तू जिन-जिन पर विश्वास करता है और जिनको अपना …

Read More ..

असली सुख-शांति कहाँ है ? – पूज्य बापू जी


शांति के लिए लोग भजन, तप, उपवास, देश-परदेश की यात्राएँ आदि सब करते हैं । मेरा अमेरिका में व्हाइट हाउस के नजदीक कहीं जाना हुआ था । तो एक व्यक्ति आकर मिला, मेरे को बोलाः ″स्वामी जी ! You are an Indian? ( क्या आप भारतीय हैं ? )″ मैंने कहाः ″हाँ, आप भी तो …

Read More ..