342 ऋषि प्रसादः जून 2021

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सद्गुरु के शब्दमात्र से उद्धार होता है – संत दादू दयालजी


सद्गुरु के चरणों में सिर नवाकर अर्थात् उनकी शरण में रहने एवं भगवन्नाम का उच्चारण व जप करते रहने से प्राणी दुस्तर संसार से  पार हो जाता है । वह अनायास ही अष्टसिद्धि, नवनिधि और अमर-अभय पद को प्राप्त कर लेता है । उसे भक्ति-मुक्ति सहज में ही प्राप्त हो कर वह वैकुंठ को (यहाँ …

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परिप्रश्नेन


साधिकाः बापू जी ! हमें पता है कि संसार नश्वर है, जो कुछ हमें भास रहा है वह नष्ट होने वाला है फिर भी मन इसी की ओर बार-बार क्यों दौड़ता है ? पूज्य बापू जीः यह आपने सुना है, अभी ठीक से जाना नहीं है, ठीक से माना नहीं है । जैसे साँप आ …

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