250 ऋषि प्रसादः अक्तूबर 2013

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

आप कहते हैं…. – निर्दोष, निष्कलंक बापू


श्री निलेश सोनी (वरिष्ठ पत्रकार) प्रधान सम्पादक, ‘ओजस्वी है भारत !’ किसी ने ठीक ही लिखा है कि हिन्दू तो वह बूढ़े काका का खेत है, जिसे जो चाहे जब जोत जाय। उदार, सहिष्णु और क्षमाशील इस वर्ग के साथ वर्षों से बूढ़े काका के खेत की तरह बर्ताव हो रहा है। हिन्दू समाज का …

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