वसंत ऋतु विशेष
( 18 फरवरी से 19 अप्रैल) आहार में सावधानीः गुर्वम्लस्निग्धमधुरं दिवास्वप्नं च वर्जयेत्। ‘वसंत ऋतु में पचने में भारी, खट्टे, स्निग्ध व मधुर पदार्थों के सेवन व दिन में शयन नहीं करना चाहिए।’ (चरक संहिता, सूत्रस्थानम् 6.23) वसंत में कफ बढ़ जाता है व जठराग्नि मंद हो जाती है, इसलिए खोया (मावा), मिठाई, बलवर्धक पाक, …