शिवाजी की दयालुता
शिवाजी जयंतीः 19 फरवरी 2002 संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग-प्रवचन से छत्रपति शिवाजी समर्थ रामदासजी के श्रीचरणों में जाते थे। दरबारी के बेटे शिवाजी ने समर्थ की कृपा से मुट्ठीभर मराठों को लेकर तोरण का किला जीत लिया। इसके अलावा उन्होंने की मुगलों को भी हराया। मुगलों की नाक में दम ला दिया …