351 ऋषि प्रसाद: मार्च 2022

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सहजता, सरलता व परदुःखकातरता की साक्षात् मूर्ति मेरे गुरुदेव ! – पूज्य बापू जी


कितने परदुःखकातर व सरल ! जो भी करो सावधानी से, तत्परता से, लापरवाहीरहित होकर करो । कोई बड़ा काम करने से व्यक्ति बड़ा नहीं होता, छोटा काम करने से व्यक्ति छोटा नहीं होता । मैं मेरे गुरुदेव ( पूज्यपाद भगवत्पाद साँईं श्री लीलाशाह जी महाराज ) के साथ पत्थर उठाता था, गुरुदेव भी उठाते थे …

Read More ..

संत की युक्ति, दिलाये दोषों से मुक्ति – पूज्य बापू जी


ईमानदार तो ईमानदार को चाहता है लेकिन बेईमान भी ईमानदार को चाहता है । बेईमान व्यक्ति भी अपना मुनीम, नौकर ईमानदार चाहता है, अपनी पत्नी ईमानदार चाहता है । बेईमान पत्नी भी अपना पति ईमानदार चाहती है । बेईमान से सब शंकित रहते हैं, कन्नी काटते हैं । तो आप ईमानदारी से सामने वाले के …

Read More ..