इतनी
शक्ति मुझे दो
मेरे औलिया
तेरी
भक्ति में खुद
को मिटता चलूँ
चाहे
राहों में
कितनी मुसीबत
पड़े
फिर
भी सदा तेरा
गीत गाता चलूँ
इतनी
शक्ति मुझे दो
मेरे औलिया
दुसरों
की मदद की
जरूरत नहीं
मुझ
को केवल
तुम्हारी मदद
चाहिये
मुझ
को केवल
तुम्हारी मदद
चाहिये
लड़खड़ायें
ना मेरे कदम
राह में
नाम
का ड़ंका तेरे
बजाता चलूँ
इतनी
शक्ति मुझे दो
मेरे औलिया
नांव
बोझिल मेरी
पूर्व के पाप
से
सो
ना जाऊँ
यही ड़र सताता
मुझे
इतना
वरदान दे दो
मेरे देवता
खुद
भी जागूँ जगत
को जगाता चलूँ
इतनी
शक्ति मुझे दो
मेरे औलिया
मेरे
जैसे अनेकों
मिलेंगे
तुम्हें
पर
हमारे लिये तो
तुम्हीं एक
हो
धूल
चरणों की
मिलती रहे
उम्रभर
तेरी
राहों में खुद
को मिटता चलूँ
इतनी
शक्ति मुझे दो
मेरे औलिया
गर
किसी दूसरे दर
पे बंदा झुका
हर्फ़
आयेगा मालिक
तेरे नाम पर
मुझ
को गैरों के
रिश्ते से क्या
फायदा?
सिर्फ़
रिश्ता
तुम्हारा निभाता
चलूँ
इतनी
शक्ति मुझे दो
मेरे औलिय
तेरे
भक्ति में खुद
को मिटता चलूँ
चाहे
राहों में
कितनी मुसीबत
पड़े
फिर
भी सदा तेरा
गीत गाता
चलूँ..